Sunday, March 22, 2009

मुसीबत भरा मोड़


सबने यहाँ किश्तों का सौदा लिखवाया है ,

मुक्कम्मल मौत का कोई किस्सा है कहाँ ।

मुसीबत से हुए रु -ब-रु तो ये जाना ,

है कौन साथ और है कौन बेगाना ।

होगी मुसीबत ,राहगीर करेगा कोशिश पुरज़ोर ,

हैं मंजिल का अंदाजा तभी तो लिया है ये मोड़ ॥

-ताबिश 'शोहदा' जावेद

1 comment:

  1. Tabish bahi bohat khoob..apke andaaz zabardast hai

    ReplyDelete